किसी भी व्यक्ति को Heart Attack तब पड़ता है जब Heart तक खून पहुँचाने वाली धमनियों में जमे हुए वसा के थक्कों की वजह से रुकावट आ जाती है। वसा के थक्कों की वजह से blood का प्रवाह रुक जाता है जिसकी वजह से blood heart तक नहीं पहुंच पाता है।
जिससे मांसपेशियों में oxygen की कमी हो जाती है। ऐसे में अगर जल्द-से-जल्द blood के प्रवाह को ठीक नहीं किया जाता है तो heart की मांसपेशियाँ काम करना बंद कर देती हैं जिसकी वजह से Heart Attack पड़ता है जिससे बहुत से लोगों की मौत भी हो जाती है।
Heart Attack होने का वैज्ञानिक कारण-Scientific Causes of Heart Attack In Hindi
Heart Attack का अर्थ होता है heart की नलियों मे blockage का शुरू होना और यह तब होता है जब blood मे acidity (अम्लता ) की मात्रा बढ़ जाती है। अम्लता/acidity दो तरह की होती है, एक होती है पेट की acidity और एक होती है blood की acidity, आपके पेट मे acidity की मात्रा जब बढ़ती है तो पेट मे जलन होती है और खट्टी खट्टी डकार आती हैं और मुंह से पानी निकलता रहता है। और अगर ये acidityऔर बढ़ जाये तो hyperacidity होगी और यही पेट की acidity बढ़ते-बढ़ते जब blood मे आती है तो रक्त अम्लता (blood acidity) होती। और जब blood मे Acidity की मात्रा बढ़ती है तो ये अम्लीय रकत (blood) दिल की नलियों मे से निकल नहीं पाता और नलिया मे blockage कर देता है तभी heart attack होता है। इसके बिना Heart Attack नहीं होता।
Heart Attack के लक्षण-Heart Attack Symptoms In Hindi
1. उल्टियाँ होना / Vomiting : जब किसी व्यक्ति को Heart Attack की समस्या होने वाली होती है तो उसके शुरुआती चरण में रोगी को सबसे पहले उल्टियाँ होती हैं। रोगी को अचानक से ही vomiting हो जाती है जिससे वह बीमारी का पता नहीं लगा पाता है।
2. सीने में दर्द/ Chest pain : व्यक्ति को Heart Attack की समस्या होने पर अपने सीने में असहनीय दर्द के साथ-साथ उसके हाथों, उँगलियों, कंधों, गर्दन में और पीठ में भी असहनीय दर्द होता है।
3. साँस फूलना/ Breathlessness : जब किसी व्यक्ति के chest pain उठता है तो वह दर्द समय के साथ बहुत तेज होता चला जाता है जिसके कारण व्यक्ति के पुरे body में दर्द होना शुरू हो जाता है और उसे ऐसा लगता है जैसे उसके chest पर या body पर कोई भरी वस्तु रख दी गई हो ऐसी स्थिति में उसे साँस लेने में कठिनाई होती है / breathlessnessऔर उसका साँस फूलने लगता है।
4. चक्कर आना : रोगी की chest pain उठने की वजह से उसका मन शांत नहीं रह पाता है जिसकी वजह से वह अनेक तरह के विचारों को अपने मन में घर करने देता है और उसे थकान महसूस होने लगती है। रोगी को बीमारी की वजह से बहुत अधिक पसीना आने लगता है।
5. मानसिक विकार/ Depression होना : जब कोई व्यक्ति बहुत अधिक चिंता, भय, तनाव आदि depression से ग्रस्त रहता है तो उस व्यक्ति को बहुत अधिक मुश्किलों से गुजरना पड़ता है जिसमें उसे घबराहट और depressionकी वजह से होने वाले Heart Attack की समस्या भी सकती है।
Heart Attack के कारण-Heart Attack Causes In Hindi
1. मोटापे के कारण / Obesity : जब व्यक्ति का वजन बहुत अधिक बढ़ जाता है तो यह उसके शरीर में होने वाले cholesterol और वसा के कारण उस व्यक्ति को उच्च रक्तचाप / BP की समस्या रहती है जिसकी वजह से व्यक्ति को अचानक से या कह सकते हैं कि कभी भी Heart Attack की समस्या हो सकती है।
2. Sugar से : जब किसी व्यक्ति को sugar की समस्या होती है और वह अपनी इस बीमारी को नियंत्रण में नहीं रखता है तो उस व्यक्ति के मधुमेह का स्तर बढ जाता है जिसकी वजह से उसके शरीर में खून में sugar का स्तर बढ़ जाता है और उस व्यक्ति को हार्ट अटैक की समस्या भी हो जाती है।
3. Cholesterol से : अगर किसी व्यक्ति के खून में cholesterol का लेवल बहुत अधिक बढ़ गया है तो उस व्यक्ति को बहुत सी परेशानियाँ होने लगती हैं जिनमें सबसे प्रमुख रक्तचाप की बीमारी होती है जिसकी वजह से उसे हार्ट अटैक जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।
4. Blood Pressure/ BP से : अगर किसी व्यक्ति का BP या रक्तचाप नियंत्रण में नहीं रहता है तो उस व्यक्ति को बहुत सी समस्याएं हो जाती हैं जब व्यक्ति को high BP की समस्या हो जाती है तो उसके शरीर में खून का प्रवाह बहुत तेज हो जाता है जो heart तक पहुँचकर ह्रदय को घात पहुँचाता जिसकी वजह से heart attack की समस्या हो जाती है।
5. नशीले पदार्थों/ Drugs से : अगर कोई व्यक्ति नशीले पदार्थों/ Drugs का सेवन कर लेता है तो यह उसके स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक नुकसानदायक होता है क्योंकि यह सबसे अधिक नुकसान व्यक्ति के liver और heart को पहुँचाते हैं इससे व्यक्ति को हार्ट अटैक की समस्या भी हो जाती है।
Heart Attack का इलाज-Heart Attack Treatment In Hindi
Heart Attack कि सबसे best दवाई :
हार्ट अटैक कि सबसे best दवाई है लौकी का juice लौकी का ताजा juice निकालें अब इस juice में 7 से 10 पत्ते के तुलसी के मिला लें इसके साथ आप पुदीने से 7 से 10 पत्ते मिला सकते है। अब इसमें काला नमक या सेंधा नमक जरूर डाले अब इस जूस का आपको 2 से 3 महीने तक सेवन करना है। 2 से 3 महीने आपकी सारी heart की blockage ठीक कर देगा।
1. गाजर के सेवन से इलाज :
अगर आपको high BP या heart से संबंधित कोई समस्या है जिसकी वजह से आपको ह्रदय घात हो सकता है ऐसे में आप गाजर का सेवन कर सकते हैं क्योंकि गाजर का रस या कच्ची गाजर हमारे heart के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
यह हमारे heart की सुरक्षा के साथ-साथ हमारे शरीर में खून बढ़ाने का भी काम करती है। आप गाजर के रस का सेवन करके ह्रदय की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
2. अदरक के सेवन से इलाज :
अदरक में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे heart को सुरक्षा देने में मदद करते हैं।आप एक या आधा कप अदरक का रस लें और इसमें नींबू का रस, लहसुन, सेब का सिरका मिलाकर इस मिश्रण को गर्म कर लें।
जब ये मिश्रण ठंडा हो जाए तो इसमें शहद मिलाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट इन रस की तीन चम्मच का सेवन करने से आपकी heart blockageऔर Heart Attack की समस्या ठीक की जा सकती है।